श्रीनगर
श्रीनगर Incubation Service

Incubation Details
Raw
Incubation
Total Space
(in sq.ft.)9372 sft
Space Available
(in sq.ft.)Fully Utilized
Plug & Play
Incubation
Total
Seats4909 sq ft
Available
Seats580 sq ft
Facility Address
6, SIDCO Electronics Complex , Rangreth, Srinagar Jammu & Kashmir -191132
Contact Us
Director, STPI-Gurugram, 30, Electronic City, Phase IV, Udyog Vihar, Sector 18, Gurugram, Haryana-122022feroz[dot]parray[at]stpi[dot]in
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मणिपाल के बारे में
मणिपाल के संबंध में
एसटीपीआई-मणिपाल एसटीपीआई का अंतरराष्ट्रीय द्वार है और कार्मिक बिल्डिंग के द्वितीय तल पर राजीव नगर, अलेवूर रोड, मणिपाल में स्थित है। एसटीपीआई मणिपाल ने नवंबर 1999 में टीएमए पई तारामंडल भवन में अपना कार्य प्रारंभ किया । हमारा उद्देश्य उप-केन्द्रों से सॉफ्टवेयर निर्यात को प्रोत्साहित करना है।
मैसूरु के बारे में
Mysuru
एसटीपीआई-मैसूरु को माध्यमिक शहरों से सॉफ्टवेयर निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। सॉफ्टवेयर बाजार में वैश्विक क्षमता के दोहन में इस कदम के लंबी दूरी तय करने की संभावना है। माध्यमिक शहरों में आर्थिक और सामाजिक विकास पर सकारात्मक प्रभाव इसका सबसे बड़ा लाभ होगा।
वैधानिक सेवाएं
वैधानिक सेवाएँ
एसटीपी योजना
हुबली के बारे में
हुब्बल्ली के बारे में
वैधानिक सेवाएं
वैधानिक सेवाएं
प्रक्रिया तथा प्रपत्र
ऑनलाइन पंजीकरण के लिए
एसटीपीआई के तहत पंजीकृत इकाइयों की सूची
-->नीति और उद्देश्य:
गुणवत्ता नीति:
एसटीपीआई गांधीनगर गुजरात, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली में अपने अधिकार क्षेत्र के तहत सभी केंद्रों पर सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग को बढ़ावा देने और सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध समय सीमा के अनुसार गुणवत्ता सुनिश्चित वैधानिक सेवाओं, डेटा संचार और अन्य सभी मूल्य वर्धित सेवाओं के त्वरित वितरण के माध्यम से ग्राहकों की संतुष्टि प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसे प्राप्त करने के लिए हम निम्नलिखित प्रयास करेंगे:
द ग्रोथ बूस्टर
द ग्रोथ बूस्टर:
- आईटी उद्योग के विकास में एसटीपीआई की भूमिका जबरदस्त रही है, खासकर स्टार्ट-अप एसएमई के मामले में।
शुरुआत
1996 के बाद से, राज्य सरकार ने आईटी उद्योग को बढ़ावा देने में बहुत सक्रिय भूमिका निभानी शुरू कर दी। कर्नाटक सरकार के पहली आईटी नीति के बाद, कई राज्य सरकारों ने प्रस्ताव का पालन किया। एसटीपीआई की सफलता केवल राजधानी शहरों तक सीमित नहीं थी, एसटीपीआई ने कर्नाटक के मैसूर जैसे अप्रधान शहरों में अपने पंख फैलाए तथा अंतिम गणना में, 2 वर्षों के छोटे समय में 21 शहरों में फैल गया।
सॉफ्टवेयर नीति का उद्भव
सॉफ्टवेयर नीति का उद्भव:
1984 की पहली कंप्यूटर नीति और 1986 की सॉफ्टवेयर नीति ने डेटा संचार लिंक के माध्यम से सॉफ्टवेयर विकास और निर्यात की अवधारणा पर जोर दिया। इस नीति का उद्देश्य परिष्कृत कंप्यूटरों जिन्हें शुल्क मुक्त किया जा रहा था, पर भारतीय विशेषज्ञता का उपयोग करके भारत में सॉफ्टवेयर विकसित करना था, जिन्हें शुल्क मुक्त किया जा रहा था। इस तरह, कोई भी भारत में उपलब्ध कम लागत वाली विशेषज्ञता का उपयोग कर सकता है और विदेश यात्रा में समय और लागत के खर्च से बच सकता है।